बैंकों में बढ़ा इन्वेस्टर्स का भरोसा, बीते वित्त वर्ष में सरकारी बैंकों ने बाजार से जुटाए रिकॉर्ड 58,700 करोड़ रुपये
Government Banks funds from market: कोरोना महामारी के बीच सरकारी बैंकों ने मार्केट से रिकॉड 58,700 करोड़ रुपये जुटाएं हैं.
बैंकों ने मार्केट से जुटाए रिकार्ड पैसे. (Source: Pixabay)
बैंकों ने मार्केट से जुटाए रिकार्ड पैसे. (Source: Pixabay)
Government Banks funds from market: कोरोना महामारी के बीच सरकारी बैंकों (PSB) ने अपने पूंजी आधार (Capital Base) को बढ़ाने के लिए डेब्ट और इक्विटी (Debt and Equity) माध्यमों से वित्त वर्ष 2020-21 में बाजार से रिकॉर्ड 58,700 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाबी हासिल की.
इन बैंकों ने जुटाएं पैसे
इसमें मुंबई स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) द्वारा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) से जुटाए गए 4,500 करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने भी पिछले वित्त वर्ष में प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर शेयरों की बिक्री के माध्यम से 3,788 करोड़ रुपये जुटाए हैं.
एक नियामक फाइलिंग के डेटा के मुताबिक बेंगलुरु स्थित केनरा बैंक (Canara Bank) ने QIP के माध्यम से 2,000 करोड़ रुपये जुटाए.
पीटीआई की खबर के मुताबिक एक सरकारी बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया QIP के ये नम्बर्स बताते हैं कि सरकारी बैंकों में घरेलू और ग्लोबल दोनों तरह के इन्वेस्टर्स को विश्वास है और वे अपनी क्षमता के अनुसार इन्वेस्ट भी कर रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक 12 सरकारी बैंकों ने टियर 1 और टियर 2 बॉन्ड्स के जरिए इन्वेस्टर्स से कुल 58,697 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो किसी भी वित्तीय वर्ष में सबसे अधिक है.
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NPA में आई है कमी
सरकार द्वारा किए गए कई उपायों के चलते सरकारी बैंकों के मुनाफे में वृद्धि हुई है और उनके NPA में कमी आई है.
सरकारी बैंकों का NPA, जो कि 31 मार्च, 2019 को 7,39,541 करोड़ रुपये था, 31 मार्च 2020 को घटकर 6,78,317 हो गया और 31 मार्च, 2021 को और गिरकर 6,16,616 करोड़ रुपये (प्रोविजनल डेटा) हो गया था. इसके अलावा प्रावधान कवरेज अनुपात (Provision Coverage Ratio) भी बढ़कर 84 फीसदी तक पहुंच गया.
बढ़ा है बैंक का मुनाफा
जिसके चलते कोरोना महामारी के बीच देश की इकोनॉमी में 7.3 फीसदी की गिरावट के बावजूद सरकारी बैंकों ने कुल मिलाकर 31, 816 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया. यह पिछले पांच सालों में सबसे अधिक है.
सरकारी बैंकों के 2019-20 में 26,015 करोड़ रुपये का घाटा कमाया था, जो कि 2020-21 में 31,816 करोड़ रुपये के मुनाफे में बदल गया. इस 57,832 करोड़ रुपये के बदलाव का मुख्य कारण सरकारी बैंकों के बुरे कर्ज से मुक्ति को माना जाता है.
07:36 PM IST