पाकिस्तान के सरकारी एयरलाइन के कई पायलट 10वीं पास भी नहीं, कई तो फर्जी डिग्री देकर उड़ाते रहे विमान
एविएशन इकाई कई दस्तावेज का सत्यापन कर पाने में सक्षम नहीं है, क्योंकि ऐसी इसकी सूचना है कि इस संबंध में शैक्षणिक संस्थान और यूनिवर्सिटी सहयोग नहीं कर रहे.
कई पायलटों ने फर्जी डिग्री दिखाई और नौकरी पा ली. (सांकेतिक फाइल फोटो)
कई पायलटों ने फर्जी डिग्री दिखाई और नौकरी पा ली. (सांकेतिक फाइल फोटो)
जब आप कहीं पायलट शब्द सुनते हैं तो आपके मन में यह भाव आता है कि वो पढ़े-लिखे होते हैं. दिमाग से काफी स्पष्ट और तेज. लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान के सरकारी एयरलाइन पीआईए के कई पायलट की स्थिति ये है कि वो न्यूनतम ग्रेजुएट होना तो दूर, दसवीं भी पास नहीं हैं.. इतना ही नहीं कई पायलटों ने फर्जी डिग्री दिखाई और नौकरी पा ली. हालांकि पाकिस्तान के सिविल एविएशन अथॉरिटी ने फर्जी डिग्री देने के मामले में कई पायलट को दोषी ठहराया है. अथॉरिटी ने हाल ही में यह जानकारी शीर्ष अदालत को दी है.
पांच पायलट मैट्रिक पास भी नहीं
अदालत को दी गई जानकारी में अथॉरिटी ने बताया कि सरकारी एयरलाइन के कम से कम पांच पायलट ऐसे हैं जो दसवीं या मैट्रिक भी पास नहीं हैं. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि कई पायलट ने फर्जी डिग्रियों के सर्टिफिकेट जमा किए. पाकिस्तानी अखबार डॉन में छपी खबर के अनुसार, तीन जज में एक ने यह पाया कि कोई शख्स जो एक बस भी चलाने के लायक नहीं है, वह पीआईए में यात्रियों को ले जा रहा है. यह यात्रियों और विमान के लिए कितना जोखिम भरा है.
डिग्री की जांच में सहयोग नहीं करते संस्थान
रिपोर्ट में कहा गया है कि एविएशन इकाई कई दस्तावेज का सत्यापन कर पाने में सक्षम नहीं है, क्योंकि ऐसी इसकी सूचना है कि इस संबंध में शैक्षणिक संस्थान और यूनिवर्सिटी सहयोग नहीं कर रहे. अथॉरिटी की तरफ से किए जांच में 50 लोगों को फर्जी दस्तावेज जमा करने और झूठे बायोडाटा जमा करने की वजह से निलंबित कर दिया गया.
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पायलट के लिए शिक्षा बेहद महत्वपूर्ण
दुनियाभर के पायलट के लिए उच्च शिक्षा, विमान संबंधी विषय की जानकारी और तकनीकी रूप में मजबूत होना अनिवार्य है. इससे कोई समझौता नहीं किया जाता है. पाकिस्तान एयरलाइन के लिए इसे किस्मत ही कहा जा सकता है कि अब तक विमान हादसे ऐसे कम पढ़े-लिखे पायलट की वजह से नहीं हुए हैं.
01:26 PM IST