देश का सबसे ऊंचा एटीसी टावर यहां 15 अगस्त से करने लगेगा काम, जानें कितनी है ऊंचाई
ATC : इस एयरपोर्ट पर हर दिन करीब 1200 लैंडिंग और टेक ऑफ होते हैं. करीब 250 से अधिक प्लेन यहां हर दिन आते जाते हैं. कुल मिलाकर महीने में कव 40000 गतिविधियों को संभाला जाता है.
नए एटीसी टावर से तकनीकी तौर पर सुरक्षा और बेहतरीन हो जाएगी. (पीटीआई)
नए एटीसी टावर से तकनीकी तौर पर सुरक्षा और बेहतरीन हो जाएगी. (पीटीआई)
राष्ट्रीय राजधानी स्थित आईजीआई एयरपोर्ट पर जल्द ही देश का सबसे ऊंचा एटीसी टावर अपनी सेवा शुरू करेगा. यह देश में सबसे आधुनिकतम टेक्नोलॉजी से लैस एटीसी टावर होगा. बताया जा रहा है कि इससे एयर ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सर्विसेस में सुरक्षा और दक्षता दोनों में काफी सुधार होगा. इस एटीसी टावर की ऊंचाई 102 मीटर है.
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) के चेयरमैन गुरुप्रसाद महापात्र ने कहा कि माइग्रेसन प्रक्रिया की शुरुआत पहले ही पुराने एटीसी से नए एटीसी में हो गई है. उनका कहना है कि 15 अगस्त तक यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
फिलहाल, एएआई ने एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट सर्विसेस को संभालने के लिए टेस्ट और ऑटोमेशन और अन्य सिस्टम को नए सेटअप में चला रहा है. आईजीआई पर नए एटीसी से एयर ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट सर्विसेस में काफी मजबूती आएगी. यह एयरपोर्ट भारत का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है. दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल पूरे दिन हर मिनट तकरीबन एक से अधिक फ्लाइट का संचालन करता है.
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आपको बता दें इस एयरपोर्ट पर हर दिन करीब 1200 लैंडिंग और टेक ऑफ होते हैं. करीब 250 से अधिक प्लेन यहां हर दिन आते जाते हैं. कुल मिलाकर महीने में कव 40000 गतिविधियों को संभाला जाता है. नए एटीसी टावर से तकनीकी तौर पर सुरक्षा और बेहतरीन हो जाएगी.
(पीटीआई)
नए टॉवर के चालू होने से हवाई यातायात प्रबंधन सेवाओं की दक्षता में वृद्धि होने की उम्मीद है जो भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है. औसतन, दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल दिन भर में हर मिनट एक से अधिक उड़ान संचालन को संभालता है. आईजीआई के पास फिलहाल तीन रनवे हैं. चौथे रनवे की योजना तैयार है.
दिल्ली हवाई अड्डे से प्रतिदिन कम से कम 250 विमानों के आवागमन के साथ-साथ 1,200 लैंडिंग और टेक-ऑफ होते हैं. सभी में, एक महीने में 40,000 से अधिक आंदोलनों को संभाला जाता है.
(इनपुट एजेंसी से)
01:31 PM IST