Volvo की सभी कारें हो गईं BS VI स्टैंडर्ड, कंपनी ने कीमत भी नहीं बढ़ाई
Volvo Cars: कंपनी ने कहा कि बीएस-4 से बीएस-6 में बदलाव करना काफी चूनौतीपूर्ण रहा. देश में 1 अप्रैल 2020 से सिर्फ भारत स्टेज-6 (बीएस 6) स्टैंडर्ड की बनी गाड़ियां ही बिकेंगी. बीएस-4 की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी.
कई विदेशी और घरेलू ऑटो कंपनियां अपने पोर्टफोलियो को बीएस-6 में तब्दील कर रही हैं. (volvo)
कई विदेशी और घरेलू ऑटो कंपनियां अपने पोर्टफोलियो को बीएस-6 में तब्दील कर रही हैं. (volvo)
Volvo Cars: वॉल्वो कार्स इंडिया (Volvo Cars India) की सभी कारें अब भारत स्टेज-6 (BS VI) उत्सर्जन मानकों के अनुरूप हैं. कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी. कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसके प्लांट में जितनी भी कारें असेंबल की जा रही हैं या जिनका भी आयात किया जा रहा है, वह सभी कारें बीएस-6 के अनुरूप हैं. वोल्वो कार्स इंडिया भारत में XC40, XC60, XC90, V90 और S90 जैसी कारों की बिक्री करती है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, वॉल्वो कार्स इंडिया के प्रबंध निदेशक चार्ल्स फ्रंप ने कहा कि बीएस-4 से बीएस-6 में बदलाव करना काफी चूनौतीपूर्ण रहा, विशेषकर 2019 में वाहन उद्योग (Auto industry) के प्रदर्शन को देखते हुए ये चुनौतीपूर्ण रहा. उन्होंने कहा कि मुझे मेरी टीम और सहयोगियों पर गर्व है जिनकी वजह से आखिरी तारीख से पहले हम यह बदलाव पूरा करने में सक्षम रहे.
उन्होंने कहा कि अपने कस्टमर्स के लिए चालू वित्त वर्ष में कंपनी बीएस-6 (BS VI) स्टैंडर्ड की वॉल्वो कार खरीदने वाले कस्टमर्स के लिए कीमत में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है. यह ऑफर 31 मार्च 2020 तक के लिए है. बता दें, देश में 1 अप्रैल 2020 से सिर्फ भारत स्टेज-6 (बीएस 6) स्टैंडर्ड की बनी गाड़ियां ही बिकेंगी. बीएस-4 की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी. भारत सरकार ने ऑटोमोबाइल कंपनियों को इस संबंध में डेडलाइन बताई है.
फिलहाल, देश में कार, मोटरसाइकिल (motorcycle), स्कूटर (scooter) और दूसरी गाड़ियां बनाने वाली कंपनियां अपने बीएस-4 वाले मॉडल को बीएस-6 में बदलने में जोर-शोर से जुटी हुई हैं. कई विदेशी और घरेलू ऑटो कंपनियां अपने पोर्टफोलियो को बीएस-6 में तब्दील कर रही हैं.
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बीते कुछ समय से कंपनियां बीएस-6 स्टैंडर्ड वाली गाड़ियों को लॉन्च भी कर रही हैं. हालांकि कंपनियों ने बीएस-6 प्रॉडक्ट में मामूली बढ़ोतरी भी की है. कंपनियों ने इसके पीछे बढ़ी लागत को मुख्य वजह बताया है. मारुति सुजुकी समेत कई कंपनियां अब डीजल की जगह पेट्रोल इंजन पर भी फोकस कर रही हैं. यहां तक कि कई कंपनियों ने डीजल मॉडल को बंद कर उसे पेट्रोल वेरिएंट में पेश करना शुरू कर दिया है.
06:06 PM IST