Rapido ने जारी किए दूसरी तिमाही के नतीजे; राइड मार्केट में लीडरशिप, जानें डीटेल्स
रैपिडो का घाटा भी पिछले साल 74 रुपए करोड़ था जो कम होकर रु 17 करोड़ रुपए पर आ गया है. ये आंकड़े तेज़ी से पैमाना बढ़ाते हुए बिज़नेस के स्थायी मॉडल के निर्माण में कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.
भारत के अग्रणी कम लागत के मोबिलिटी प्लेटफॉर्म रैपिडो (Rapido) ने वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में अपने शानदार वित्तीय परफॉर्मेंस का ऐलान किया है. तिमाही के दौरान कंपनी ने संचालन में अनुकूलन के साथ तेज़ी से विकास किया. कंपनी का जीओवी 2.5 गुना बढ़ोतरी के साथ वित्तीय वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में रु 2461 करोड़ तक पहुंच गया, जो वित्तीय वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में रु 977 करोड़ था. बता दें कि रैपिडो का घाटा भी पिछले साल 74 रुपए करोड़ था जो कम होकर रु 17 करोड़ रुपए पर आ गया है. ये आंकड़े तेज़ी से पैमाना बढ़ाते हुए बिज़नेस के स्थायी मॉडल के निर्माण में कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं.
राइड ऑर्डर्स की भी संख्या बढ़ी
Rapido ने वित्तीय वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में अपना संवेग जारी रखते हुए जीओवी में 2.5 गुना बढ़ोतरी दर्ज की, जो बढ़कर रु 2461 करोड़ पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह रु 977 करोड़ था. राइस ऑर्डर्स की संख्या भी सालाना दोगुना होकर 207 मिलियन पर पहुंच गई, जो बड़े यूज़र बेस एवं सक्रियता के उच्च स्तर को दर्शाता है. इस बढ़ोतरी के साथ, कंपनी ने अपनी स्थिर लागत को अनुकूलित किया है और कुल बजट बढ़ाए बिना प्रति युनिट के आधार पर इसमें 50 फीसदी कटौती की है. इसके चलते रैपिडो का त्रैमासिक घाटा वित्तीय वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में कम होकर रु 17 करोड़ पर आ गया, जो पिछले साल की समान अवधि में रु 74 करोड़ था. इस दृष्टि से कंपनी ने उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया है.
जनवरी में शुरू की कैब सर्विसेज
कंपनी का रोजाना राइड वॉल्यूम अब औसतन 2.6 मिलियन पर पहुंच गया है, कंपनी लगभग 2 मिलियन ड्राइवरों के माध्यम से हर माह 17 मिलियन यात्रियों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रही है. इस तरह ऑर्डर वॉल्युम की दृष्टि से रैपिडो ने भारत के सबसे बड़े राइड प्लेटफॉर्म के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत बना लिया है. जनवरी में कैब सर्विसेज़ में विस्तार के साथ कंपनी ने अपने सर्विस पोर्टफोलियो को बढ़ाया. इसके अलावा सॉफ्टवेयर-ऐज़-अ-सर्विस (एसएएएस) मॉडल की पेशकश के साथ ड्राइवरों की कमाई बढ़ाकर उन्हें सशक्त बनाया है.
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कंपनी के इन प्रयासों से इनका ड्राइवर आधार अधिक संतुष्ट एवं स्थायी हो गया है. प्रति ऑर्डर स्थिर लागत में 50 फीसदी कटौती के साथ विकास के माध्यम से संचालन दक्षता, नई श्रेणियों में निवेश एवं मार्केटिंग अभियानों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए रैपिडो ने स्पष्ट कर दिया है कि फाइनेंशियल अनुशासन और विकास एक दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं.
कंपनी का फ्यूचर प्लान
आने वाले समय में रैपिडो निरंतर स्थायी विकास पर ध्यान केन्द्रित करेगी, कम लागत, उच्च दक्षता को दृष्टिकोण को बनाए रखते हुए अपनी सेवाओं का विस्तार जारी रखेगी. कंपनी तीन प्राथमिक श्रेणियों- बाइक, ऑटो और कैब सेवाओं में इनोवेशन्स को जारी रखते हुए उपभोक्ताओं की यात्रा संबंधी सभी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए निवेश और भारतीय राईड मार्केट में अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के प्रयास जारी रखेगी.
05:00 PM IST