Coronavirus से इकोनॉमी बदहाल!, ऑटो-मोबाइल और फार्मा सहित दूसरी इंडस्ट्रीज पर गहराया संकट
Coronavirus impact: पहले से परेशान ऑटो सेक्टर की हालत पतली हो चुकी है, क्योंकि ऑटो सेक्टर के चीन से आने वाले सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित है. एसीएमए (ACMA) के मुताबिक, भारत ने वित्तीय वर्ष 2019 में चीन से 4.5 अरब डॉलर का कम्पोनेंट आयात किया था.
चीन में जनवरी से प्रोडक्शन बंद है और भारत में कच्चे माल नहीं आ रहे हैं. (रॉयटर्स)
चीन में जनवरी से प्रोडक्शन बंद है और भारत में कच्चे माल नहीं आ रहे हैं. (रॉयटर्स)
Coronavirus impact: चीन की सरहदें लांघ चुका कोरोनावायरस (Coronavirus) दुनियाभर में अबतक 4300 से ज्यादा जिंदगियों को समाप्त कर चुका है. स्थिति यह है कि मैनुफैक्चरिंग का हब कहलाने वाले चीन में कंपनियां बंद हैं. चाहे वह मोबाइल फोन की फैक्टरियां हो, फार्मा की हो या ऑटो की, दिन बीतने के साथ-साथ परिस्थितियां दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही हैं. भारत में तो हालात और बिगड़ रहे हैं. पहले से परेशान ऑटो सेक्टर की हालत पतली हो चुकी है, क्योंकि ऑटो सेक्टर के चीन से आने वाले सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित है. एसीएमए (ACMA) के मुताबिक, भारत ने वित्तीय वर्ष 2019 में चीन से 4.5 अरब डॉलर का कम्पोनेंट आयात किया था.
कोरोनावायरस की वजह से फार्मा सेक्टर पर भी संकट के बादल हैं. बाजारों में मास्क और दूसरी चीजों की किल्लत पहले से है. दवा कंपनियों के पास दवा बनाने के लिए कच्चे माल की कम होती जा रही है. फार्मा कंपनियों की मानें तो अगर अगल दो महीनों में कच्चा माल नहीं मिला तो परेशानी बढ़ेगी. फिलहाल देश में सिर्फ 2 महीने तक दवाई बनाने का ही कच्चा माल का स्टॉक उपलब्ध है.
इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर भी कोरोनावायरस के कहर से अछूता नहीं है, क्योंकि देश में करीब 80 प्रतिशत से ज्यादा कंपोनेंट चीन से आते हैं. पिछले एक महीने से चीन से इन कंपोनेंट की सप्लाई पूरी तरह से बंद है. सीएआईटी के नेशनल सेक्रेटरी जनरल प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि हमें पहले इस बात को समझना होगा कि हमें चीन से किन चीजों की जरूरत होती है यानी हम आयात करते हैं.
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— Zee Business (@ZeeBusiness) March 11, 2020
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उनका यह भी कहना है कि चीन में जनवरी से प्रोडक्शन बंद है और भारत में कच्चे माल नहीं आ रहे हैं. उनका कहना है कि अगर स्थिति को तुरंत नहीं संभाला गया तो परेशानी बढ़ेगी. ऐसे में सरकार को देश में जो छोटी इंडस्ट्री की प्रोडक्शन है, उसे बढ़ावा देना चाहिए. सरकार को इसके लिए कदम उठाना चाहिए.
देश में इंडस्ट्री को लेकर फियो के डीजी और सीईओ का डॉ. अजय सहाय का कहना है कि कोरोनावायरस सिर्फ भारत की नहीं, पूरी दुनिया की समस्या है. इसका दुनिया की इकोनॉमी पर असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हमारा आकलन है कि दुनिया की इकोनॉमी की रफ्तार में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आएगी और ग्लोबल ट्रेड में करीब 1 प्रतिशत की गिरावट आएगी.
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उन्होंने कहा कि हमारे लिए अच्छी बात है कि हम घरेलू मांग पर आधारित इकोनॉमी हैं तो इस वजह से हमारे ऊपर ऐसी स्थिति में बहुत ही लिमिटेड असर आता है. हां, कुछ सेक्टर हैं जो चीन से आने वाले कच्चे माल पर निर्भर करते हैं तो उनपर असर देखा जा सकता है.
07:50 PM IST